हैलो दोस्तो, हिमाचल प्रदेश की हिस्ट्री शुरू करने से पहले आपको इस टॉपिक में दी गई जानकारी का पता होना जरूरी है। किउकी दोस्तो यांह से भी प्रश्न पूछे जाते है। तो आप इस टॉपिक को शुरू से अंत तक पड़े और उसके बाद हिमाचल का प्राचीन, मध्यकालीन,और आधुनिक हिस्ट्री को पड़े। मुझे उम्मीद है आपको। टॉपिक काफी पसंद आयेगा। चलिए शुरू करते है।
हिमाचल के एतीहासिक स्त्रोत क्या है?
हि। प्र। के इतिहास की प्राचीन काल के सिक्कों, शिलालेखों, साहित्य, यात्रा वृत्तांत और वंशावलीियों के अध्ययन के द्वारा हम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जो कि सीमित मात्रा में उपलब्ध है। जिनका बिबरण निम्नलिखित है:
सिके Baked
(1) सिके- हिमाचल प्रदेश में सिक्के की खोज का काम का हि.प्र. राज्य संग्रहालय की स्थापना के बाद गति पकड़ने लगा। भूरी सिंह म्यूजियम (चम्बा) और राज्य संग्रहालय शिमला में, त्रिगत, औदुम्बर, कुलुत और कुनिंद राजवंशों के सिक्के रखे गए हैं। शिमला राज्य संग्रहालय के 12 सिक्के अर्की से प्राप्त हुई हैं। अपोलोडोट्स के 21 सिक्के हमीरपुर के टप्पामेवा गाँव से प्राप्त हुए हैं। चम्बा के लचोड़ी और सरोल से इण्डो - ग्रीक के कुछ संकेतक प्राप्त हुए हैं। कुल्लू का सबसे पुराना सिक्का पहली शताब्दी में राजा विर्यास द्वारा चला गया था।शिलालेख ताम्र - पत्र क्या है?
Inscription copper sheet(2) शिलालेख ताम्र - पत्र - कांगड़ा के पथायार और कनिहारा के अभिलेख, हाटकोटी में सूनपुर की गुफा के शिलालेख, मण्डी के सलोवायरस के शिलालेख द्वारा हम हि। प्र। के प्राचीन समय की सामाजिक - आर्थिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। भूरी सिंह मुजियम चम्बा में चम्बा से प्राप्त 36 अभिलेखों को रखा गया है जो कि शारदा और टॉर्करी, लिपियों में लिखे गए हैं। कुल्लू के शलारु अभिलेखों से गुप्तकाल की जानकारी प्राप्त होती है।
साहित्य Literature क्या है?
(3) साहित्य - रामायण और महाभारत के अलावा ऋग्वेद में हिमालय में निवास करने वाली जनजातियों का विवरण मिलता है।) तारीख - ए - फिरोजशाही 'और' तारीख - ए - फरिस्ता 'में नागरकोट किले पर फिरोजशाह तुगलक के हमले का प्रमाण मिलता है। 'तुजुक - ए - जहाँगीरी' में जहाँगीर के काँगड़ा आक्रमण और 'तुजुक - ए - तैमूरी' से तैमूर लंग के शिवालिक पर आक्रमण की जानकारी प्राप्त होती है।
यात्रा - वृत्तांत Travelogue क्या है?
(4) यात्रा - वृत्तांत - हि। प्र। का सबसे पुरातन विवरण टॉलेमी ने किया है जिसमें कुलिन्दों का वर्णन मिलता है। चीनी यात्री हेनसांग 630 - 648 A.D तक भरत में रहा। इस दौरान वह कुल्लू और त्रिगर्त भी आया था। थोमास कोरयाट और विलियम फिंच ने औरंगजेब के समय हि। प्र। की यात्रा की। फोस्टर ने 1783, विलियम मूरक्रेंट्स ने 1820 - 1822, मेजर आर्चर ने 1829 के सफर - वृत्तांतों में हिमाचल के बारे में लिखा है।वंशावलीियाँ Genealogists क्या है?
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मेहनत करते रहिए सफलता आपको जरूर मिलेगी।
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