चम्बा ओर कांगड़ा जिले के मंदिर कौन से है?
चम्बा जिले के मंदिर कौन से है?
1) मणिमहेश मंदिर कंहा है?, -भरमौर का निर्माण मेरूवर्मन ने करवाया था ।
( 2) शक्ति देवी मंदिर कंहा है?
चम्बा के छतराड़ी में स्थित है , जिसका निर्माण मेरूवर्मन ने करवाया था । गुग्गा शिल्पी मेरूवर्मन का प्रमुख शिल्पकार था जिसने यह मंदिर बनाया था ।
( 3) लक्षणा देवी मंदिर है?
- महिषासुरमर्दिनी दुर्गा को समर्पित है । यह मंदिर मेरूवर्मन के शिल्पी गुग्गा द्वारा बनाया गया था ।
( 4) गणेश मंदिर है?
-भरमौर में स्थित है । यह मंदिर मेरूवर्मन के समय में बनाया गया था ।
( 5) नरसिंह मंदिर कंहा है?
-भरमौर में स्थित है । इसका निर्माण राजा युगांकर वर्मन की रानी त्रिभुवन रेखा देवी ने करवाया था ।
( 6) हरिराय मंदिर कंहा है?
- की स्थापना लक्ष्मण वर्मन ने की थी । यह मंदिर चम्बा शहर में स्थित है ।
( 7) लक्ष्मी नारायण मंदिर कंहा है?
- चम्बा शहर में स्थित है । इस मंदिर का निर्माण साहिल वर्मन ने किया था । यह 6 मंदिरों का समूह है ।
( 8) कामेश्वर महादेव मंदिर कंहा है?
- साहो और चमेसणी ( चम्पावती ) मंदिर चम्बा की स्थापना साहिल वर्मन ने की थी ।
( 9) गौरी शंकर मंदिर कंहा है?
- चम्बा का निर्माण राजा युगांकर वर्मन ने करवाया था ।
( 10) बंसी गोपाल मंदिर कंहा है?
- चम्बा का निर्माण राजा बलभद्र वर्मन ने 1595 ई . में करवाया था ।
( 11) सीताराम मंदिर कंहा है?
- चम्बा का निर्माण राजा पृथ्वी सिंह की नर्स बाटलू ने करवाया था ।
( 12) हिडिम्बा मंदिर कंहा है?
- चम्बा के मैहला में स्थित है । इसका निर्माण राजा पृथ्वी सिंह की नर्स बाटलू ने करवाया था ।
( 13 ) चम्बा के भरमौर में चौरासी मंदिरों का समूह है ।
( 14 ) राधा कृष्ण मंदिर - चम्बा का निर्माण 1825 ई . में जीत सिंह की रानी राधा ने करवाया था ।
कांगडा जिले के मंदिर कोन से है?
1) ज्वलामुखी मंदिर कंहा है?
कांगड़ा के ज्वालामुखी में स्थित है । अकबर ने ज्वालामुखी मंदिर में सोने का छत्र चढ़ाया था , जो अपना रंग बदल गया था । । महाराजा रणजीत सिंह ने 1813 ई . में यहाँ पर स्वर्ण जल का गुम्बद बनवाया था । यहाँ पर सती की जीभ गिरी थी ।
2) ब्राजेश्वरी देवी मंदिर कंहा है?
- काँगड़ा शहर में स्थित है । ब्रजेश्वरी देवी मंदिर को महमूद गजनवी ने तोड़ा था , जिसे बाद में पुनः बनवा दिया गया था । यह 1905 ई . के भूकम्प में क्षतिग्रस्त हो गया था
3) मसरूर रॉक कट मंदिर
- नागर शैली का बना मंदिर है जिसे कश्मीर के राजा ललित्यादित्य ने 8वीं शताब्दी में बनवाया था । यह मंदिर काँगड़ा जिले के गग्गल - नगरोटा सूरियाँ मार्ग पर स्थित है । यह मंदिर मुख्यतः शिव को समर्पित है । ठाकुरद्वारा यहाँ का मख्य धार्मिक स्थल है . जिसमें राम , लक्ष्मण और सीता की पत्थर की मूर्तियाँ हैं । मसरूस 15 मदिरा का समूह है । मसरूर रॉक कट मंदिर को ' हिमाचल का अजंता ' कहा जाता है ।
( 4 ) बैधनाथ मंदिर-
काँगड़ा जिले के बैजनाथ में स्थित है । यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है । शिखर शैली में निर्मित इस मंदिर का निर्माण 1204 ई . में मयूक और आहुक नामक व्यापारियों ने करवाया था । राजा संसारचंद ने 19वीं शताब्दी में इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था ।
( 5) भागसूनाथ मंदिर
का निर्माण राजा धर्मचन्द ने करवाया था ।
( 6) बृजराज विहारी मंदिर- नूरपुर का निर्माण राजा बासू ने करवाया था ।
( 7) लक्ष्मी नारायण मंदिर-
का निर्माण राजा संसारचंद ने आलमपुर में करवाया था ।
Or jankari achhi lagi hogi.
Dosto apne dosto ke sath bhi share kre.